Hydraulic Torque Converter क्या होता है?
Hydraulic Torque Converter क्या होता है? Hydraulic Torque Converter कैसे कार्य करता है? Hydraulic Torque Converter का क्रियाविधि सिद्धान्त क्या होता है।
यह एक प्रकार की Fluid Coupling है जो वाहन के Engine से Transmission तक घूर्णन शक्ति को एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजती रहती है।
इसका मुख्य कार्य main power source से load को अलग करना होता है। इसके बाद हम इसके क्या क्या मुख्य प्रकार होते हैं तथा वह किस-किस तरह से कार्य करते हैं। इसके बारे में हम जानेंगे ।
इसके तीन भाग होते हैं :
1. इंपेलर
2. स्टार्टर
3. टरबाइन
इसके बाद Hydraulic Torque Converter क अनुप्रयोगों को समझेंगे और कहाँ पर किसका उपयोग किया जाता है तथा इसका बहुत ही ज्यादा उपयोग किया जाता है Automatic Industry में।
Hydraulic Torque Converter क्या होता है ?
Hydraulic Torque Converter एक प्रकार का Fluid Coupling है जिसका उपयोग Rotating Power को Transfer करने में किया जाता है। Rotating Power को Engine से Transmission तक ट्रान्सफर करने का कार्य करता है। जिस तरह से Manual Transmission में क्लच कार्य करता है उसी प्रकार से Hydraulic Torque Converter भी Automatic Transmission वाले वाहनों में इस्तेमाल होता है।
इसका मुख्य कार्य लोड को Main Power Source से अलग करना होता है। यह इंजन से Power Transfer करता है। यह इंजन के Torque को कई गुना बड़ा देता है। यह Transmission के Output Torque को लगभग दो गुना बड़ा देता है।
Hydraulic Torque Converter का क्रियाविधि सिद्धान्त क्या होता है?
Hydraulic Torque Converter की क्रियाईधी में इंपेलर और पम्प एक पंखे की तरह कार्य करता है जो इंजन से जुड़ा हुआ होता है। इसमे टरबाइन दूसरे पंखे के रूप में कार्य करती है जो Transmission System से Connect रहती है तो जैसे ही इंजन रन करता है तो वह Impaler को घुमाता है।इसमे Torque Converter के अंदर oil भरा रहता है जो घूमते समय Turbine की तरफ आता है तो Turbine Blade भी Rotate करना शुरू कर देती है। इससे Transmission System घूमने लगता है तथा वाहन Move करने लगता है। जैसे ही इंजन बंद होता है तो Turbine घूमना बंद कर देती है परंतु Impaler लगातार घूमता रहता है जो की इंजन को Damage होने से बचाता है।
Hydraulic Torque Converter के मुख्य भाग क्या-क्या होते हैं?
इसके मुख्य तीन भाग होते हैं जो की इस प्रकार से हैं:
इसका पहला भाग Impaler या Pump होता है और जो इसमे Impaler Housing से कनैक्ट रहता है और इसकी Housing इंजन Saft से कनैक्ट रहती है। इसकी क्षण घूमी हुई और एक कोड पर मुड़ी हुई होती है। इसमे Automatic Transmission Fluid होता है जो इंजन स्पीड के साथ Rotate करता है तथा साथ ही इंजन के साथ Fluid को Out move करता है। Impaler की Blade इस तरह Design की जाती है जिससे Turbine Blade पर Fluid को बाहरी दिशा में सीधे Turbine पर लगता है।
दूसरा भाग Starter होता है जो इंपेलर और Turbine के बीच में लगा रहता है। इसका मुख्य काम Returning Fluid दिशा निर्धारण करना होता है। Returning Fluid Turbine से निकलता है जिससे वह Fluid के Rotation Direction मे ही जाए। जैसे ही Fluid इंपेलर की दिशा मे जाता है तो वह Torque को कई गुना बड़ा देता है। इसलिए Starter Torque Multiplication में Fluid की Direction को Change करके बहुत मदद करता है।
इसका तीसरा भाग Turbine होता है जो की Automatic Transmission के Input साफ्ट से जुड़ी रहती है तथा इंजन की तरफ ही उपस्थित रहती है। Turbine की ब्लेड भी मुड़े हुए कोण के रूप में रहती है। Turbine Blade को इस तरह Design किया जाता है जिससे वह Blade पर टकराने वाले Fluid की डाइरैक्शन को पूरी तरह बदल सके। यह Blade को इंपेलर की Direction में मूव करने के लिए Force करती है। जैसे ही Turbine Rotate करती है तो Transmission की Input साफ्ट भी घूमने लगती है जिससे वाहन भी गति करने लगता है।
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Hydraulic Torque Converter के अनुप्रयोग क्या-क्या होते हैं?
1. इसका उपयोग Automatic इंडस्ट्री में बहुत ज्यादा किया जाता है।
2.Hydraulic Torque Converter का मुख्य कार्य Driving System में Torque को कई गुना बड़ाने के लिए किया जाता है।
Conclusion
इस आर्टिक्ल में आपको Hydraulic Torque Converter के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त हुई होगी। यदि आपको यह आर्टिक्ल पसंद आया हो तो आप इसको अपने दोस्तों तक share कर सकते हैं। इसके साथ ही और अधिक जानकारी को जानने के लिए CarsJankari साइट को देखते रहें।
धन्यवाद!
The Impeller and the pump is the same. There’s no starter placed in between the Impeller and the turbine but however stator is fixed in between. The hydraulic fluid is forced out due to centrifugal force and it enters turbine through its veins and ths turbine starts rotating. The hydraulic fluid again forced out of the turbine and then it passes through the veins of the Stator and it further enters the lower side of the veins and thus the process continues and it thus increases the torque. The Stator remains in fixed position except oneway movement. If it roatated then there will be no multiplication of torque-it will be failure in the system therefore Stator remains in fixed position and it gives an angular direction to the fluid before it enters the lower veins of the Impeller.